जालंधर, 7 मई () संयुक्त किसान मोर्चा की सदस्य महिला किसान यूनियन ने पंजाब के मुख्यमंत्री को लतीफ़ेवाज़ करार देते हुए कहा है कि बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को अप्रैल महीने में ही मुआवजा देने के सार्वजनिक वादे के बावजूद अभी भी पंजाब के लगभग सभी किसान मुआवजे से वंचित हैं, लेकिन भगवंत मान राज्य के लाखों पीड़ित किसानों की बांह थामने के बजाय जालंधर और अन्य राज्यों में वोट मांगने और रोड शो करने में व्यस्त हैं।
आज यहां एक बयान में महिला किसान यूनियन की अध्यक्ष बीबा राजविंदर कौर राजू ने कहा कि राजस्व विभाग के उच्च अधिकारी हल्का पटवारियों द्वारा नुकसान के मुआवजे के संबंध में भेजी गई गिरदावरी रिपोर्टस को मानने से इनकार कर रहे हैं और आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा मुआवजे के संबद्ध में किए हुए ऐलान प्रभावित किसानों के लिए ऊंट के होंठ लटकन जैसी बुझारत बनी हुई है क्योंकि 25 प्रतिशत से लेकर 75 प्रतिशत तक गेहूं की फ़सल के नुकसान के मुआवजे के रूप में प्रभावित किसानों को फूटी कोडी भी अभी तक नहीं मिली है।
महिला किसान नेता ने कहा कि भगवंत मान ने 2022 के विधानसभा चुनाव जीतने से पहले गारंटी दी थी कि आप की सरकार बनने पर गिरदावरी रिपोर्ट मिलने से पहले ही किसानों को 20 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया जाएगा लेकिन सरकार बनते ही भगवंत मान किसानों को दी गई अन्य गारंटियों के साथ-साथ इन वादों से भी मुकर गया है।
बीबा राजू ने मुख्यमंत्री सहित आप सरकार के सभी मंत्रियों और नेताओं को सलाह दी कि वह समाचार पत्रों, टीवी चैनलों और सोशल मीडिया के माध्यम से झूठे प्रचार अभियान के बजाय उन्हें वास्तव में जमीनी स्तर पर काम करें और पीड़त जनता के घावों पर मरहम लगाएं। महिला किसान नेता ने कहा कि भगवंत मान के विधानसभा क्षेत्र धूरी में भी गन्ना किसान अपना बकाया पाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा पंजाब के नेताओं और समूह किसान संगठनों से पंजाब सरकार को प्रभावित किसानों को तत्काल मुआवजा देने का अल्टीमेटम देने को कहा।
