
डीजीएसई कार्यालय, जिला शिक्षा और ब्लॉक शिक्षा कार्यालयों के कच्चे कर्मचारी हड़ताल पर हैं।वेतनमान, सीएसआर एवं पेंशन लाभ के बिना नियमितीकरण का झूठा प्रचार आम आदमी पार्टी सरकार की वादाखिलाफी के चलते शिक्षा विभाग के कच्चे दफ्तरी कर्मचारी और आईईआरटी शिक्षकों ने आज से कलम छोड़ हड़ताल शुरू कर दी है।पिछले 10 महीने से सरकार कच्चे कर्मचारियों को नियमित करने का ढिंढोरा पीट रही है, लेकिन जो सच्चाई सामने आई है वह यह है कि सरकार कच्चे कर्मचारियों को खुलेआम धोखा दे रही है।पिछले 10 माह से सरकार कच्चे कर्मचारियों को नियमित करने के लिए अभियान चला रही है, लेकिन जो सच्चाई सामने आई है वह यह है कि सरकार कच्चे कर्मचारियों को खुलेआम धोखा दे रही है। जानकारी देते हुए सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय कर्मचारी यूनियन नेता अमित कुमार सैनी, वरुण जैन, निर्मल ने कहा कि अकाली दल और कांग्रेस सरकार ने कच्चे कर्मचारियों की जवानी को बर्बाद कर दिया है और अब आम आदमी पार्टी सरकार कच्चे कर्मचारियों के भविष्य को बर्बाद करने की तैयारी कर रही है। अमित सैनी ने कहा कि कार्यालय कर्मचारियों के मासिक वेतन में लगभग 5000 रुपये की कटौती की जा रही है, जो मंत्रियों द्वारा बार-बार किए गए वादों के बावजूद पूरा नहीं किया गया है।इसके साथ ही वर्ष 2019 से मिड डे मील कार्यालय के कर्मचारियों की वेतन वृद्धि भी रोक दी गयी है। अमित सैनी ने कहा कि जब 7 अक्टूबर 2022 को पॉलिसी जारी हुई थी तो कर्मचारियों के मन में कुछ आशंकाएं थीं, जिसे लेकर शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने पंजाब भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा था कि रेगुलर कर्मचारियों की तरह इन कच्चे कर्मचारियों को भी रेगुलर वेतन मिलेगा। स्केल,भत्ते, सीएसआर नियम और पेंशन लाभ दिए जाएंगे लेकिन 9 महीने बाद जो सच सामने आया है वह हर कच्चे कर्मचारी के होश उड़ाने वाला है। अमित सैनी ने कहा कि बिना वेतनमान के कर्मचारी कैसे नियमित होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार इतना प्रचार कर रही है कि कच्चे कर्मचारियों को पता ही नहीं चल रहा है कि उन्होंने कितना बड़ा तोहफा दिया है,कल मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से बताया कि कुछ कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की जा रही है, लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने संदेश में कार्यालय कर्मचारियों का जिक्र नहीं किया। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार ने कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का वादा किया था, जिससे अब सरकार भाग रही है। कहा कि 1 अप्रैल 2018 को सर्व शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत शिक्षकों को सभी लाभ देकर नियमित कर दिया गया था, लेकिन उस समय भी कार्यालय कर्मियों के साथ भेदभाव किया गया और अब यह सरकार भी नियमित के नाम पर दुष्प्रचार कर रही है. जिसके चलते कर्मचारी हड़ताल पर जाने को मजबूर हो गए हैं। इस अवसर पर अमित सैनी, निर्मल, मनजीत कौर, रीना, सुभाष, अंजू सैनी, वंदना, तमन्ना दविंदर कौर, कंचन, धीरज, जगदीप कौर, सुखदीप कौर, वरुण जैन, अंकुर शर्मा, करमजीत कौर, मनविंदर इत्यादि उपस्थित थे
फोटो कैप्शन:- मिनी सचिवालय होशियारपुर में समग्र शिक्षा अभियान के कर्मचारी कलम छोड़ हड़ताल पर रोष व्यक्त करते हुए